मुसाफ़िर
सफ़रनामा
Saturday, March 27, 2021
रिश्ता
दर्द का एहसास भी दबाया जाता है,
ज़ख़मों को हंसी से छुपाया जाता है,
ज़रा ध़यान से चलना जनाब यहां,
यहां रिश्तों को दफनाया जाता है।
©®Diwakar
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